शासकीय माध्यमिक विद्यालय लुगे मगरलोड छत्तीसगढ़ की छोटे बच्चों का तीज पर्व में विशेष पहल
बुआयों के आशीष से लिखेंगे समृद्धि की डगर
बुआ और बहनों के आशीर्वाद से घर में आती है समृद्धि बनी रहती है सुख और शांति इस लिए सब साथ मिलकर लगाएं नारियल का पौधा
“एक पेड़ तीजहारिन द्वारा मां के नाम “
पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ मायके की समृद्धि की मांगी दुआ
टोमन लाल सिन्हा
धमतरी/मगरलोड – शासकीय माध्यमिक विद्यालय लुगे मगरलोड छत्तीसगढ़ की तीज पर्व में विशेष पहल किया गया
बच्चों का कहना है कि “जब बुआ और दीदी तीज़ा के मौके पर आते है घर में खुशियों का महोत्सव रहता है उनके आशीष से घर में आयेगी समृद्धि इस लिए बुआ और बहनों के साथ नारियल का पवित्र पौधा घरों में लगाया गया।”
शिक्षिका रंजीता साहू कहती है कि बच्चे अपनी बुआ, बहनों के साथ पूजा अर्चना कर नारियल जैसे पवित्र पौधे को माइके में बच्चों के साथ लगाए है जो पारिवारिक एकता, पर्यावरण संरक्षण, हमारे संस्कृति और संस्कार, भाई बहनों का प्रेम और बच्चों का अपने बुआ के प्रति आदर की प्रेरणा दे रही है । अगर हर बहने माताएं यह ठान ले की वे अपने माइके में एक पेड़ लगाए तो धीरे धीरे पूरा गांव बहन और बेटियों के आशीष के छांव में समृद्धि की ओर अग्रसर होगा। मुझे पूरा विश्वास है की आने वाले समय में दीदी बहन और बच्चें मिलकर अपना माइका को स्वर्ग बनाएंगे। इसलिए यह कार्यक्रम “एक पेड़ तिजहारिन के नाम ( बुआ, बहन, दीदी, मां और बच्चों को समर्पित है)
कार्यक्रम के संयोजक साहू दंपति में तुमनचंद साहू बताते है ” तीजा पर्व छत्तीसगढ़ का सबसे विशेष त्योहारों में से एक है ” बेटी बहनों और माताओं को साल भर से रहता है इस खास मौके का इंतजार” हमारे पूर्वजों द्वारा बनाई गई परंपरा जो सर्वश्रेष्ठ हैं और माताओं को समर्पित है, नारी शक्ति की सम्मान का पर्व है तीज़ा।तीजा अदभुत पर्व है एक तरफ माताएं बहनें अपनी पति के शुभकामनाओं के लिए कठिन उपवास मायके में रखती है और दूसरी ओर अपनी मायके के सभी लोगों के समृद्धि के लिए प्रार्थना करती है। पर्यावरण संरक्षण और समृद्धि का संदेश है यह छोटा सा प्रयास।
Author: Toman lal Sinha
Editor In Chief